घर में इस्तेमाल की जा रही केसर है असली? इन 5 तरीकों से कर सकते हैं पहचान


How to Identify Original Saffron: केसर (saffron) की पत्तियां दिखने में जितनी खूबसूरत होती हैं. हमारे शरीर के लिए भी उतना ही फायदेमंद होती हैं. खाने की खुशबू और स्वाद बढ़ाने के साथ ही शरीर की गर्माहट बरकरार रखने में केसर काफी मददगार होती है. इसके साथ ही सौंदर्य प्रसाधन के तौर पर भी केसर का इस्तेमाल किया जाता है. केसर सबसे ज्यादा कश्मीर में पायी जाती है. हमारे देश में केसर लाखों रुपए किलो तक बिकती है. घरों में आने वाली केसर भी काफी महंगी होती है. ऐसे में ये बेहद अहम हो जाता है कि हम जिस केसर का घर में इस्तेमाल कर रहे हैं वो असली हो.
बीते कुछ वक्त में बाजार में नकली केसर भी धड़ल्ले से खपाई जाने लगी है. ऊंचे दाम चुकाने के बावजूद भी हम नकली केसर घर ले आते हैं. ऐसे में इससे बचने के लिए ज़रूरी है कि हम कुछ ऐसे तरीके अपनाएं जिससे असली और नकली केसर की पहचान हो सके. आज हम आपको ऐसे ही कुछ तरीके बताने जा रहे हैं जिससे आप आसानी से असली और नकली केसर की पहचान कर सकते हैं.

इन तरीकों से केसर की करें पहचान

1. स्वाद – दिखने में केसर की पत्तियां बेहद सुंदर होती हैं. इनकी खुशबू भी काफी भीनी और मिठास घोलती हुई होती है. लेकिन दिलचस्प है कि अगर आप केसर को जीभ पर रखते हैं और उसका स्वाद लेते हैं तो वह आपको खाने में कड़वी महसूस होगी. यही असली केसर की पहचान है. मिठास भरी खुशबू और स्वाद कड़वा है तो असली केसर है लेकिन अगर जीभ पर रखने पर केसर का स्वाद मीठा महसूस हो तो समझ जाएं कि ये नकली केसर है.

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2. रंग – केसर अपने गुणों के लिए भी पहचानी जाती है. केसर पानी में डालने पर एकदम से अपना रंग नहीं छोड़ती है. असली केसर की पहचान करने के लिए गुनगुना पानी लें और उसमें केसर की पत्तियों के 2 रेशे डाल दीजिए. अगर रेशे तत्काल अपना रंग छोड़ने लग जाएं तो समझ लीजिए की केसर नकली है. असली केसर पानी में धीरे-धीरे अपना रंग छोड़ता है.

3. घुलनशीलता – केसर की पत्तियों को पानी में डालने पर वह कभी भी घुलती नहीं है. केसर की पत्तियां अपना रंग छोड़ती हैं लेकिन घुलती नहीं है. ये ही असली केसर की पहचान है. ऐसे में कभी भी पानी में केसर डालकर देखें तो इस बात पर जरूर ध्यान दें कि उसकी पत्तियां पानी में घुल तो नहीं रही हैं. इससे भी असली या नकली केसर की पहचान की जा सकती है.

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4. गर्म जगह – केसर की तासीर बेहद गर्म होती है. केसर के धागे हमेशा सूखे रहते हैं और पकड़कर खींचने पर वे टूट जाते हैं. असली केसर को अगर गर्म जगह पर रखा जाता है तो वह कुछ वक्त में खराब हो जाता है लेकिन नकली केसर गर्म जगह पर भी वैसा ही बना रहता है.

5. पानी में रंग – केसर को पानी में घोलने के बाद उसके द्वारा छोड़ा गया रंग भी असली और नकली की पहचान बता देता है. आपने अगर पानी में केसर को घोला है और अगर वह केसरिया रंग छोड़ रही है तो समझ लें कि केसर नकली है, लेकिन अगर केसर पानी में घोलने पर पानी का रंग पीला हो जाता है तो समझ जाएं कि केसर असली है.

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