नई दिल्ली. ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) के विधायक अमीनुल इस्लाम ने दावा किया है कि मुगल शासक औरंगजेब ने अपने शासन के दौरान गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर सहित 400 से अधिक मंदिरों के लिए भूमि दान की थी. उन्होंने कहा कि भारत में हजारों साल से धर्मनिरपेक्षता मौजूद है, ये1947 के बाद नहीं आई है.
‘औरंगजेब ने 400 से ज्यादा मंदिरों के लिए दान की थी जमीन’
जानकारी के अनुसार, मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए इस्लाम ने कहा, ‘मैं वही कह रहा हूं, जो देश ने मुगल शासन के दौर में देखा था. एक इतिहासकार ने अपनी पुस्तक में लिखा है कि औरंगजेब ने 400 से ज्यादा मंदिरों के लिए जमीन दान की थी’.
भारत में हजारों साल से है धर्मनिरपेक्षता
अमीनुल इस्लाम ने कहा कि अन्य मुगल शासकों ने भी मंदिरों और पुजारियों के लिए जमीन दान की थी. इनमें से ही एक कामाख्या मंदिर भी है. AIUDF विधायक ने आगे कहा कि भारत में हजारों साल से धर्मनिरपेक्षता मौजूद है, ये1947 के बाद नहीं आई है. इस्लाम ने कहा कि असम के मुख्यमंत्री ने कहा था कि भारत 1947 के बाद ही धर्मनिरपेक्ष बना. इस पर, मैंने कहा था कि जिसने भी भारत पर शासन किया, उसने धर्मनिरपेक्षता बनाए रखी. जब हिंदू शासक थे, मुसलमान अपने धर्म का पालन करने के लिए स्वतंत्र थे, औरऐसी ही स्थिति मुस्लिम शासकों के दौर में भी थी.
‘मुझे धमकाने की बजाय प्रकाशन को धमकी दें सीएम’
उन्होंने कहा कि भारत हजारों से धर्मनिरपेक्ष ही रहा है. उन्होंने कहा कि अमीनुल इस्लाम की पुस्तक ‘पवित्र असम’ के मुताबिक औरंगजेब के दरबार के एक अधिकारी ने जमीनों के दान का आदेश दिया था. अपने दावों को लेकर ऐतराज पर उन्होंने कहा कि सीएम को मुझे धमकाने की बजाय असम साहित्य सभा को धमकी देनी चाहिए, जिसने यह पुस्तक छापी है.
इस तरह के बयानों को बर्दाश्त नहीं करेगी सरकार- सीएम
AIUDF विधायक की विवादित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि असम सरकार इस तरह के बयानों को बर्दाश्त नहीं करेगी. सीएम ने कहा कि इसी तरह के बयान के चलते विधायक शर्मन अली जेल में हैं. अगर अमीनुल भी इस तरह के बयान देता है तो उसे भी जेल जाना पड़ेगा.
(इनपुट- ANI)