‘अली Vs बजरंगबली’ वाला बयान देकर फंसे BJP नेता, चुनाव आयोग ने अब उठाया ये कदम

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में चुनावों को लेकर लगातार बयानबाजी का दौर चल रहा है. ऐसे में गाजियाबाद जिले के लोनी में बीजेपी से विधायक नंदकिशोर गुर्जर (Nand Kishor Gurjar) भी अपने एक बयान को लेकर चर्चा में आ गए हैं. इस बार के चुनावों में उन्हें फिर से उम्मीदवार बनाया गया है, इसी खुशी में उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के सामने शनिवार को एक बयान दिया था जो कि सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. बयान के वायरल होने के बाद अब चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ नोटिस भेजा है.

क्या था नंदकिशोर गुर्जर का बयान?

लोनी से विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने अपने विपक्षी सपा पर निशाना साधते हुए था कि जिन्ना की बात करने वाली पार्टी कहीं स्टैंड नहीं करती है. उन्होंने कहा कि जो कावड़ यात्रा को बैन करते हैं, जो आतंक को सपोर्ट करते हैं. जनता उनकी जमानत जब्त कर लेगी. उन्होंने कहा कि किसानों के लिए सरकार ने बहुत कुछ किया है. किसान बीजेपी के साथ है. उन्होंने कहा सपा सरकारों ने गन्ने का पेमेंट नहीं किया था. लेकिन बीजेपी ने किया.

इस बात पर आपत्ति

गुर्जर ने अपने टिकट कंफर्म होने पर खूब नारेबाजी की. उन्होंने कहा, ‘यूपी में फिर से भगवा लहराएंगे’. इसके अलावा उन्होंने भगवान राम के नाम के भी खूब जयकारे लगाए. उनका सबसे विवादित बयान ये था, ‘लोनी में ना अली ना बाहुबली सिर्फ बजरंगबली.’

‘मौर्य नहीं कर पाए गुंडागर्दी’

स्वामी प्रसाद मौर्य के पार्टी छोड़ने के मुद्दे पर नंदकिशोर गुर्जर ने कहा कि गलती से स्वामी प्रसाद मौर्य बीजेपी में आ गए थे. उन्हें लगा था कि यहां डकैती मचाएंगे. लेकिन डकैती नहीं मजा पाए. उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद एक नेता के पैरों में गिरे रहते थे. स्वामी प्रसाद मौर्य की भी जमानत जब्त होगी.

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