नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के साउथ ईस्ट जिला पुलिस के स्पेशल स्टॉफ की टीम ने ऐसे लुटरों को धरदबोचने में कामयाबी हासिल की है जोकि दिल्ली ही नहीं बल्कि हरियाणा (Haryana) और राजस्थान (Rajasthan) में लूट का आंतक मचाए हुए थे. स्पेशल स्टाफ के हत्थे चढ़े चार लुटेरों के कब्जे से एक देशी पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, लूटे गए दो मोबाइल फोन और एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद की गई है.
इसके अलावा आर्म्स एक्ट, डकैती, सेंधमारी और चोरी के पांच मामलों को सुलझाने का दावा भी किया गया है. इन चारों लुटरों की पहचान भगवान सिंह उर्फ भीमा, किशन कुमार, शिवम यादव और देवेंद्र कुमार के रूप में की गई है.
साउथ ईस्ट डीसीपी ईशा पांडे के मुताबिक 09 दिसंबर को रात करीब 09:20 बजे पुल प्रह्लाद पुर स्थित एक मनी ट्रांसफर (Money Transfer) की दुकान में आग्नेयास्त्रों के साथ तीन व्यक्ति घुस गए थे. और दुकानदार पर बंदूक तानकर दुकान के अंदर से 80,000 रुपए नकद और तीन मोबाइल फोन लूट लिए थे. इसके बाद मामले की जानकारी थाना पुल प्रह्लाद पुर को दी गई और इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. सभी लुटेरे 9वीं व 10वीं तक पढ़े हैं और सिलाई, इलेक्ट्रीशियन का काम करते हैं.
डीसीपी के मुताबिक अपराध की गंभीरता को देखते हुए एसीपी/ऑप्स की देखरेख में इंस्पेक्टर ऐशवीर सिंह के नेतृत्व में एसआई प्रदीप शर्मा, एसआई दीपक, एसआई फूल सिंह, एएसआई श्याम वीर, एएसआई राजबीर सिंह, एएसआई शेर सिंह, प्रधान सिपाही प्यारे लाल, सिपाही विपिन, सिपाही पवन, सिपाही सोनू, सिपाही मनोज, सिपाही मनीष और महिला सिपाही सोनिका की एक टीम लुटेरों को पकड़ने के लिए गठित की गई थी.
टीम ने आसपास लगे कैमरों के सीसीटीवी फुटेज को खंगालने का काम शुरू किया और गुप्त सूचना देने वालों को भी जांच में शामिल किया. बाद में, टीम ने संदिग्ध व्यक्तियों के डंप डेटा और सीडीआर की बारीकी से जांच पड़ताल की गई. इसके बाद पता चला कि टीम ने पलवल, हरियाणा में चल रहे लूटे गए मोबाइल फोनों में से एक को देखा.
हरियाणा पुलिस के साथ मिलकर पलवल में की दबिश
इसके तुरंत बाद, टीम ने वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर हरियाणा के पलवल में सावधानीपूर्वक छापेमारी की. टीम ने उक्त स्थान पर जाल बिछाया. इसके तुरंत बाद, एक व्यक्ति को उक्त स्थान की ओर आते देखा गया, जिसने पुलिस दल को देखकर संकरे रास्ते में भागने की कोशिश की. शक होने पर उसे रुकने के लिए कहा गया लेकिन वह अपनी रफ्तार तेज करता रहा. टीम ने तुरंत पीछा किया और पीछा करने के बाद उसे काबू कर लिया. उसे पुलिस हिरासत में ले लिया गया.
इस दौरान सरसरी तलाशी लेने पर, उसके पास वही लूटा हुआ मोबाइल फोन मिला जो तकनीकी निगरानी के माध्यम से पाया गया था. पूछताछ करने पर उसकी पहचान किशन कुमार पुत्र ओमबीर सिंह निवासी पलवल, हरियाणा उम्र 25 वर्ष के रूप में हुई. पूछताछ के दौरान उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
इसके अलावा, उनके साथी भगवान सिंह @ भीमा पुत्र वेद प्रकाश निवासी पलवल, हरियाणा आयु 23 वर्ष, शिवम यादव पुत्र दिनेश यादव निवासी पुल प्रह्लाद पुर, दिल्ली आयु 22 वर्ष और देवेंद्र @ टीनू पुत्र लीलाधर निवासी पुल प्रह्लाद पुर, दिल्ली उम्र 26 वर्ष के रूप में हुई है. लगातार छापेमारी के बाद उनके संबंधित आवासों से गिरफ्तार किया गया. उनके कब्जे से कुल मिलाकर एक देशी पिस्तौल, दो जिंदा कारतूस, एक चोरी की मोटरसाइकिल और दो मोबाइल फोन बरामद किए गए। जांच के दौरान थाना पुल प्रह्लाद पुर क्षेत्र से बरामद मोटरसाइकिल और दो मोबाइल फोन चोरी हुए मिले हैं. उनके फरार साथी को पकड़ने के लिए मामले की आगे की जांच जारी है.
इन सभी से पहले कर चुके हैं लाखों की लूटपाट
पूछताछ करने पर आरोपी किशन ने खुलासा किया कि उसने अपने चार साथियों यानी भगवान सिंह उर्फ भीमा, शिवम यादव, देवेंद्र उर्फ टीनू और एक अन्य ने केसरी मार्केट पुल प्रह्लादपुर में मनी ट्रांसफर की दुकान के मालिक को लूट लिया. वे उसकी दुकान से तीन मोबाइल फोन और 80 हजार रुपए ले गए थे. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि उन्होंने विश्वकर्मा कॉलोनी, सूरजकुंड रोड, पुल प्रह्लादपुर, दिल्ली से हीरो स्प्लेंडर मोटरसाइकिल चोरी की है.
उन्होंने स्वीकार किया कि अक्टूबर 2021 के महीने में सदर बाजार, भिवाड़ी, राजस्थान के एक दुकानदार के पैर में गोली मारकर उन्होंने 4 लाख रुपए लूटे थे. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि नवंबर 2021 के महीने में उन्होंने 2.5 लाख रुपए अग्रवाल फर्नीचर शोरूम, सोहना रोड, हरियाणा के मालिक और कर्मचारियों को देशी पिस्टल दिखाकर लूटे. इसके अलावा अक्टूबर 2021 के महीने में उन्होंने हरियाणा के धारूहेड़ा में एक स्थानीय दुकानदार से हवा में फायरिंग करने की धमकी देकर 30 हजार रुपए भी लूटे.