नई दिल्ली: हिजाब मुद्दे पर चल रहे विरोध के बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने PFI पर रोक लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा, ‘असम ने भारत सरकार से PFI पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया. वे सीधे तौर पर विध्वंसक गतिविधियों से जुड़े हुए हैं. वे कट्टरपंथियों से मिल रहे हैं.’
Assam has demanded an immediate complete ban on PFI (Popular Front of India) from the central govt, not because of the hijab issue, it’s their democratic right, but because of their direct involvement with subversive activities & radicalisation: Assam CM Himanta Biswa Sarma
— ANI (@ANI)
राहुल की टिप्पणी के बाद दी ऐसी प्रतिक्रिया
राहुल गांधी के ऊपर टिप्पणी के बाद असम के मुख्यमंत्री के खिलाफ हैदराबाद में हुई FIR पर भी हिमंता बिस्वा सरमा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस FIR को तवज्जो ना देते हुए कहा, ‘FIR से क्या फर्क पड़ता है? FIR यहां पर भी होता है. मैं क्या दूधदानी में दूध पिया हूं?’
PFI के ISIS और सिमी से लिंक होने का दावा
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के बारे में कहा जाता है कि ये एक कट्टर इस्लामिक संगठन है. इसको लेकर कुछ सनसनीखेज खुलासे हुए हैं. नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी इस संगठन के ISIS और सिमी के साथ संपर्कों की तलाश करता रहा है. एजेंसियों को इसके बार में कुछ चौंकाने वाली जानकारियां भी मिलती रही हैं. पीएफआई के बारे में कहा जाता है कि उसका केरल मॉड्यूल ISIS के लिए काम कर रहा था. वहां से इसके सदस्यों ने सीरिया और इराक में ISIS को जॉइन किया.
दिल्ली हिंसा में सक्रिय PFI
जब दिल्ली और देश के कई राज्यों में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे, तब भी उसके पीछे पीएफआई (PFI) का हाथ बताया गया था, यूपी में तब पुलिस ने पीएफआई के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया था.