रांची. रातों रात अमीर बनने की चाहत में युवा अपराध की दलदल में फंसते जा रहे हैं वहीं शहर में आतंक कायम करने की हर मुमकिन कोशिशें भी इनके द्वारा की जा रही है जिसका अंत जेल की सलाखों के पीछे जाने के बाद ही खत्म हो रहा है. कुछ इसी तरह का मामला झारखंड की राजधानी रांची में आया है. सूरज कुमार सिंह नामक युवक ने अपने दोस्त रंजीत कुमार साव उर्फ रंजन साव और संजीव कुमार मिश्रा उर्फ छोटू की मदद से व्यवसाइयों को व्हाट्सएप्प कॉल और मैसेज कर रंगदारी की मांग की और पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी.
इसके लिए उसने झारखण्ड के नामचीन गुंडों कर नाम का भी इस्तेमाल करने से गुरेज नहीं किया था. खेलगांव थाना क्षेत्र में एक सीमेंट व्यवसायी से वर्चुअल कॉल के माध्यम से रंगदारी मांगी गई थी और पैसे न देने पर इनके द्वारा व्यवसायी के घर पर फायरिंग की भी योजना थी ताकि व्यवसायी डर से पैसे दे दे. हालांकि रंगदार अपने नापाक मंसूबो को अंजाम दे सकते, उसके पहले ही पुलिस ने उन्हें धर दबोचा.
                        पूछताछ में अपराधियो ने कई राज उगले. सूरज ने पुलिस को बताया कि व्यवसाइयों को धमकी भरे कॉल करने और उनसे रंगदारी मांगने को लेकर फर्जी सिम की जरूरत थी जिसे उसके सहयोगी संजीव ने पूरा किया था.
उसने फर्जी एड्रेस और नाम पर उसे सिम उपलब्ध कराया था, जिसके बाद उन्होंने व्यसायियों को कॉल करना शुरू किया. इसी फेरहिस्त में खेलगांव थाना क्षेत्र के सैनिक कॉलोनी डुमरदगा में रहने वाले व्यवसायी से 5 लाख रुपये रंगदारी मांगी थी. व्यवसायी को वर्चुअल कॉल कर के रंगदारी मांगी गई थी. पुलिस फिलहाल पकड़ में आए गैंग से पूछताछ कर रही है.

                    
                                    
                                    
                                    
                                    
                                    
                                    
                                    
                                    
                                    
                                    