Delhi Food Outlets: (डॉ. रामेश्वर दयाल) हर घर की रसोई में पेट का हाजमा दुरुस्त करने के लिए कुछ न कुछ सामान जरूर मिल जाएगा. पेट में गड़बड़ है तो नींबू में काला नमक डालकर पी जाओ, पेट में दर्द हो रहा है या गैस बन रही है तो गुनगुने पानी के साथ आजवायन की फंकी (पीसकर थोड़ा सा खाना) मार लो. अब भी आराम नहीं पड़ा तो थोड़े से गुनगुने पानी में गेहूं के दाने के बराबर हींग घोलकर पी लो. आराम अवश्य मिलेगा. यानी यह सब उपाय पेट और उसके हाजमे को दुरुस्त करने के लिए हैं. आज हम आपको हाजमा मसले को लेकर एक ऐसी दुकान पर लिए चल रहे हैं, जहां सब कुछ रेडिमेड मिलता है. पेट को साफ और दुरुस्त रखने के लिए कई तरह के चूरन मौजूद हैं, मुंह के स्वाद को चटपटा बनाने के लिए कई वैरायटी के आम पापड़ मिल जाएंगे तो संतरे वाली वह खट्टी-मीठी गोली भी मिल जाएगी, जो बचपन की याद दिलाती है. इतना ही नहीं वहां मुंह में खुशबू लाने वाली (Mouth Freshener) कई प्रकार की सौंफ और इलायची भी मौजूद है. पूरा खजाना भरा पड़ा है इस दुकान में.
दुकान पर पहुंचते ही जीभ चटखारे लेने लगेगी
पुरानी दिल्ली का खारी बावली बाजार मसालों, ड्राई फ्रूट्स, दालों की थोक व रिटेल बिक्री के लिए मशहूर है. फतेहपुरी के तिराहे से इस बाजार में प्रवेश करेंगे तो कुछ दूरी पर चलने के बाद बायीं ओर छोटी लेकिन लंबी सी दुकान दिखेगी. इस दुकान का नाम ‘सरदार जी चूरन वाले’है. दुकान पर खड़े होते ही आपके दिमाग में खट्टी-मीठी, चटपटी खुशबू प्रवेश करने लगेगी और जीभ चटखारे सी लेती महसूस होने लगेगी. बस मान लीजिए कि हाजमा दुरुस्त करने और मुंह में फ्रेशनेस पैदा करने वाली आप सही दुकान पर पहुंच गए हैं. आप अपनी कॉलोनी की किसी दुकान में जाएंगे तो आपको दो चार चूरन, एकाध माउथ फ्रेशनर और शायद खट्टा-मीठा आमपापड़ मिल जाए. लेकिन इस दुकान में तो इनका खजाना भरा पड़ा हुआ है. हाजमा दुरुस्त करने के लिए आप जो भी मांगेगे, इस दुकान पर जरूर मिलेगा.
यहां 10 प्रकार के आम पापड़ हैं, जिनमें खट्टा, मीठा, ग्रीन मेंगेा, अलफांसों आदि शामिल है.
40 किस्म के चूरन, 25 प्रकार की है सौंफ
हाजमा दुरुस्त करने के लिए क्या-क्या नहीं है इस दुकान में. करीब 40 किस्म के तो चूरन ही हैं. अजवायन, हींग, नींबू, आम सहित अनेक फलों के स्वाद वाले चूरन हैं जो खाने में भी स्वादिष्ट हैं और हाजमेदार भी. करीब 10 प्रकार के आम पापड़ हैं, जिनमें खट्टा, मीठा, ग्रीन मेंगेा, अलफांसों आदि शामिल है. दो तरह की आंवला केंडी है चटपटी और मीठी. मुंह में खूशबू के लिए करीब 25 प्रकार की सौंफ है. इनमें सिल्वर सौंफ से लेकर विभिन्न फलों के स्वाद से जुड़ी सौंफ है. मीठी इलायची है. इसके अलावा पुदीना गोली, राम लड्डू, खट्टा जीरा से लेकर हींग पेड़ा, अनारदाना बूंदी, खट्टा मीठा छुहारा, काली हींग गोली भी है.
इस दुकान में करीब 40 किस्म के तो चूरन मिलते हैं.
आपको याद होगा कि बचपन में संतरे के फांक, स्वाद व कलर वाली गोली खूब भाती थी. विटामिन सी से भरपूर इस प्रकार की कई गोलियां भी आपका दिल जीत लेंगी. इस सभी का दाम लगभग 40 रुपये से लेकर 200 रुपये के बीच है. दुकान पर चांदी चढ़ी हुई मीठी इलायची भी मिलती है, जो 280 रुपये की सौ ग्राम है. दुकान की विशेषता यह है कि इन पाचक खाद्य पदार्थों में क्वॉलिटी से कोई समझौता नहीं किया गया है. हर आइटम शानदार व जानदार है.
40 साल से लुभा रही है यह दुकान
पुरानी दिल्ली का यह बाजार बहुत ही पुराना है. यह दुकान भी साल 1920 से इस बाजार में उस वक्त सरदार हरदीत सिंह ड्राई फ्रूट्स बेचते थे. जब यहां मेवे की बहुत अधिक दुकान खुल गई तो उनके बेटे वाहेगुरु पाल सिंह ने करीब 40 साल पहले काम बदलकर चूरन-गोली का बेचना शुरू कर दिया. दाम इतने मुफीद हैं कि पूरी दिल्ली के बाजारों का दौरा कर आइए, इतना सस्ता सामान कहीं नहीं मिलेगा. आज इस दुकान की जिम्मेदारी उनके बेटे हरप्रीत सिंह व रमनदीप सिंह के पास है. उनका कहना है कि उनका सारा खानपान पेट और हाजमे से जुड़ा है, इसलिए क्वॉलिटी का स्तर ऊंचा रखा गया है. हम पहले कुछ टेस्ट करते हैं, फिर अनुभव और स्वाद के अनुसार सामान को फाइनल करते हैं. सुबह दुकान 10 बजे खुल जाती है और रात 9 बजे तक कामकाज रहता है.
नजदीकी मेट्रो स्टेशन: चांदनी चौक