जशपुर. छत्तीसगढ़ के जशपुर में एक हिंदू धर्म के बच्चे का जबरन खतना कराने की शिकायत सन्ना थाने में दर्ज कराई गई है. नाबालिग बच्चे के पिता का आरोप है कि उसकी पत्नी, सास व एक अन्य ने जबरन अंबिकापुर ले जाकर उसके बेटे का खतना करा दिया है. दोनों ने नाबालिग का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश भी की. बीते 10 जनवरी को सामने आए इस मामले ने खूब तूल पकड़ा. हिंदू संगठन से जुड़े लोगों ने पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन किया और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग की. तीन दिन तक चले बवाल के बाद पुलिस ने आखिरकार बच्चे की मां और नानी को गिरफ्तार कर लिया है. कानूनी प्रक्रिया के बाद बीते बुधवार को उन्हें जेल दाखिल करा दिया गया है.
सन्ना पुलिस थाने के निरीक्षक भरत लाल साहू ने बताया कि थाना क्षेत्र के नगरटोली के एक शख्स ने उसके नाबालिग बेटे का जबरन खतना कराने की शिकायत दर्ज कराई थी. जांच के बाद उसकी शिकायत सही मिली. शख्स ने अपनी पत्नी, सास और एक अन्य के खिलाफ शिकायत की थी. जांच में आरोपियों द्वारा नाबालिग लड़के का खतना करवाने एवं धर्मान्तरण परिवर्तन कराने का अपराध पाया गया. इसके बाद तीनों के खिलाफ धारा 295 (क), 323, 34 एवं छत्तीसगढ़ धर्म स्वातंत्रता अधिनियम की धारा 3,4 कायम की गई है.
10 साल पहले हुई थी शादी
शख्स के लिखित आवेदन के मुताबिक 10 वर्ष पूर्व उसका प्रेम विवाह एक मुस्लिम लड़की से हुआ था. दोनों ने हिंदू रीति रिवाज से शादी की थी. हिंदू रीति रिवाज से ही वे अपना जीवन-यापन कर रहे थे. दोनों से एक बेटा और एक बेटी हैं. उनका भी पालन-पोषण हिंदू परंपरा से ही किया जा रहा है, लेकिन 19 नवंबर 2021 को पत्नी बेटे को लेकर अपने मायके गई. वहां से उसकी पत्नी और नानी बेटे को अम्बिकापुर ले गए, जहां डॉक्टर से बेटे का खतना (सुन्नत) करा कर मुस्लिम धर्म अपनाने धर्मान्तरण परिवर्तन करने का दबाव बनाया. मेरे विवाह के बाद से लगातार मुझे इस्लाम धर्म स्वीकार करने का दबाव बनाया जाता रहा है. इसके लिए मुझे कई प्रलोभन भी दिये जाते रहे हैं, जिसमें पिकअप गाड़ी देने की बात कही गई थी. लेकिन मैं इस्लाम धर्म स्वीकार करने के पक्ष में बिलकुल तैयार नहीं था और नहीं हूं. इसके चलते ही पत्नी ने अपने मायके वालों के साथ मिलकर बेटे का जबरन खतना करवा दिया.