नई दिल्ली: महान पार्श्व गायिका लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) को वेंटिलेटर से हटा दिया गया है, लेकिन वह अब भी आईसीयू में हैं. लता दीदी का इलाज कर रहे डॉक्टर ने शनिवार को यह जानकारी दी.
ब्रीच कैंडी अस्पताल में हैं भर्ती
लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) कोरोना वायरस से संक्रमित हो गई थीं और उनमें संक्रमण के हल्के लक्षण थे. उन्हें आठ जनवरी को दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज डॉ प्रतीत समदानी और डॉक्टरों की एक टीम कर रही है. समदानी के मुताबिक, मंगेशकर के स्वास्थ्य में मामूली सुधार के संकेत दिखे हैं.
सेहत में मामूली सुधार
समदानी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘वह ढाई दिनों से वेंटिलेटर पर नहीं है, लेकिन अब भी निगरानी में हैं. स्वास्थ्य में मामूली सुधार के कारण उन्हें वेंटिलेटर से हटा दिया गया है. गायिका की स्वास्थ्य स्थिति के कारण उन्हें आईसीयू में रखना पड़ा.’
13 साल की उम्र में शुरू किया था करियर
भारतीय सिनेमा की लोकप्रिय पार्श्व गायिकाओं में से एक मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने 1942 में 13 साल की उम्र में अपना करियर शुरू किया था और विभिन्न भारतीय भाषाओं में 30,000 से अधिक गाने गाए हैं.अपने सात दशक से अधिक के करियर में वह ‘अजीब दास्तान है ये, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘नीला आसमां सो गया’ और ‘तेरे लिए’ जैसे कई यादगार गानों की आवाज रही हैं.
कहा जाता है स्वर कोकिला
गायिका को भारत की ‘स्वर कोकिला’ के रूप में जाना जाता है. उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ समेत कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है.