महंगाई की मार झेल रहे लोगों को RBI ने नहीं दी राहत, मौद्रिक नीति समीक्षा के नतीजे जारी

नई दिल्ली: मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने बुधवार को ब्याज दरों पर लिए गए फैसलों का ऐलान किया और महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों को किसी तरह की राहत नहीं दी. शक्तिकांत दास ने नतीजों की घोषणा करते हुए बताया कि रिजर्व बैंक ने रेपो रेट और रिवर्स रेपो रेट (Repo Rate and Reverse Repo Rate) में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है. बता दें कि आरबीआई के इस फैसले के बाद ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होगा.

क्या होता है रेपो और रिवर्स रेपो रेट?

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) जिस दर पर बैंकों को लोन देता है, उसे रेपो रेट (Repo Rate) कहा जाता है. इसी कर्ज से बैंक अपने ग्राहकों को लोन देते हैं. यानी रेपो रेट कम होने पर लोन पर ब्याज दरें कम होती है और रेपो रेट बढ़ने पर बैंक ब्याज दरें बढ़ा सकते हैं. वहीं रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate) रेपो रेट से ठीक उल्टा होता है और यह वह दर है, जिस पर बैंकों की ओर से जमा राशि पर आरबीआई ब्याज देता है. रिवर्स रेपो रेट के जरिए बाजारों में लिक्विडिटी यानी नकदी को ​नियंत्रित किया जाता है.

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