नई दिल्ली: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट Omicron के खतरे को देखते हुए देशभर में सतर्कता बरती जा रही है. केंद्र सरकार की एडवाजरी के बाद राज्य सरकारों ने विदेशों से आने वाले लोगों की निगरानी बढ़ा दी है. पंजाब में 11 देशों से आने वाले यात्रियों की निगरानी हो रही है. वहीं महाराष्ट्र में भी दक्षिण अफ्रीका से लौटे करीब 1 हजार लोगों की तलाश की जा रही है. इस बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अस्पतालों की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक बुलाई है. साथ ही सीएम केजरीवाल ने एक बार फिर केंद्र सरकार से सभी इंटरनेशनल उड़ानों को बंद करने की अपील की है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘कई देशों ने Omicron प्रभावित देशों से आने वाली उड़ानें बंद कर दी हैं. हम देरी क्यों कर रहे हैं? पहली वेव में भी हमने विदेशी उड़ानें रोकने में देरी कर दी थी. अधिकतर विदेशी उड़ानें दिल्ली में आती हैं, दिल्ली सबसे ज्यादा प्रभावित होती है. PM साहिब कृपया उड़ानें तुरंत बंद करें.’
कई देशों ने ऑमिक्रान प्रभावित देशों से आने वाली उड़ानें बंद कर दी हैं। हम देरी क्यों कर रहे हैं? पहली वेव में भी हमने विदेशी उड़ानें रोकने में देरी कर दी थी। अधिकतर विदेशी उड़ानें दिल्ली में आती हैं, दिल्ली सबसे ज़्यादा प्रभावित होती है। PM साहिब कृपया उड़ानें तुरंत बंद करें
— Arvind Kejriwal ()
इस बीच भारत ने अफ्रीकी देशों को दवाएं, टेस्ट किट और वेंटिलेटर की आपूर्ति करने की पेशकश की है. दक्षिण अफ्रीका से कर्नाटक के बेंगलुरु लौटे दो लोगों की कोरोना रिपोर्ट पर कर्नाटक सरकार सरकार ने कहा कि दोनों लोगों में से एक का वैरिएंट डेल्टा से अलग है. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर के सुधाकर ने कहा कि एक सैंपल डेल्टा वैरिएंट पाया गया है, जबकि दूसरा उससे अलग है. पूरे मामले पर कर्नाटक सरकार ICMR और केंद्र सरकार के अधिकारियों के संपर्क में है और ICMR से पुष्टि का इंतजार कर रही है.
बॉयोटेक कंपनी मॉडर्ना का कहना है कि कोरोना के Omicron वैरिएंट के खिलाफ कंपनी 2022 तक अपनी वैक्सीन ला सकती है. मॉडर्ना के मुख्य मेडिकल अधिकारी डॉक्टर Paul Burton ने कहा कि अगले कुछ दिन में ये पता चल जाएगा कि फिलहाल मौजूद कोविड वैक्सीन Omicron वैरिएंट के खिलाफ असरदार है या नहीं, जिसके बाद नई वैक्सीन पर काम किया जाएगा.
बता दें कि कोविड-19 के नए Omicron वैरिएंट की जानकारी सबसे पहले साउथ अफ्रीका में हुई. तब से इस वैरिएंट के मामले नीदरलैंड, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क समेत 17 देशों में पाए जा चुके हैं.