नई दिल्ली: दुनियाभर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) की दहशत के बीच जर्मनी (Germany) से एक ऐसी हैरान करने वाली खबर आई कि आस पड़ोस के लोग जिन्होंने भी वो खौफनाक मंजर देखा उनकी चीखें निकल गई. जर्मनी के Koenigs Wusterhausen इलाके में एक युवक ने अपनी पत्नी और तीन बच्चियों की गोली मारकर हत्या करने के बाद खुद भी अपनी जान दे दी.
सन्न रह गए पड़ोसी
आपको बता दें कि इस हत्याकांड के जरिए अपना पूरा परिवार खत्म करने वाले युवक डेविड ने पहले अपनी हमउम्र 40 साल की पत्नी लिंडा को निशाना बनाया फिर 4 साल, 8 साल और 10 साल की बेटी को गोली मार दी. दिनदहाड़े हुई फायरिंग से इलाका थर्रा गया. पड़ोसी आवाज़ सुनकर दौड़े. हाहाकार मचा तो इस बीच किसी ने पुलिस को खबर की.
जानिए हत्याकांड की वजह
डेविड ने एक सुसाइड नोट में इस हत्याकांड के पीछे की वजह को भी बताया. सुसाइड नोट में उसने लिखा था कि उसने अपनी पत्नी लिंडा के लिए नकली वैक्सीन प्रमाणपत्र (Fake Covid Certificate) बनावाया था. जिसकी जानकारी लिंडा के दफ्तर वालों को हो गई थी.
उसे डर था कि जिसने उसकी पत्नी के लिए वर्किंग पासपोर्ट बनवाया है उसने पुलिस को खबर दी तो देश के महामारी कानून के तहत उसको कड़ी सजा हो गई तो उनसे बच्चों की कस्टडी छीन ली जाएगी. यानी अपने बच्चों से दूर होने के डर से डेविड ने एक खौफनाक और अप्रत्याशित कदम उठा लिया.
क्या कहता है नया कानून?
द सन में प्रकाशित खबर के मुताबिक डेविड की पत्नी TH Wildau university के लिए काम कर रही थीं. वहीं विदेश जाने के लिए लिंडा को वैक्सीन सर्टिफिकेट की जरूरत थी. ये भयानक घटनाक्रम बीते शनिवार को सामने आया. पुलिस का कहना है कि देश में फेक यानी जाली वैक्सीन सर्टिफिकेट जमा करने पर सख्त सजा का प्रावधान है.
दो हफ्ते पहले वैक्सीन का जाली दस्तावेज बनाने और बनवाने दोनों को अवैध यानी गैरकानूनी घोषित किया गया था. वहीं इसका दोषी पाए जाने पर आरोपियों को भारी जुर्माने के साथ एक साल की सजा के प्रावधान तय हुआ था. अब मामले की जांच कर रही टीम को संदेह है कि इसी डर से डेविड ने पत्नी और बच्चों को मारने के बाद खुद भी अपनी जान ले ली.