UP: पिछले बार की तुलना में 3% कम हुई वोटिंग, जानें पहले चरण के चुनाव की 10 अहम बातें

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) के पहले चरण में गुरुवार को 11 जिलों की 58 विधान सभा सीटों पर 60.17 प्रतिशत मतदान हुआ. कोविड प्रोटोकॉल (Covid Protocol) के कारण वोटिंग के समय को एक घंटे बढ़ाया गया था, लेकिन इसके बावजूद 2017 के विधान सभा चुनाव (UP Election 2017) के मुकाबले कम वोटिंग हुई.

1. इस बार 3 फीसदी कम हुई वोटिंग

पहले चरण में यूपी विधान सभा की 58 सीटों पर 60.17 प्रतिशत मतदान हुआ, जो पिछले चुनाव के मुकाबले 3 फीसदी कम है. पिछले विधान सभा चुनाव (UP Election 2017) में इन निर्वाचन क्षेत्रों में 63.47 फीसद मतदान हुआ था.

2. गाजियाबाद में हुई सबसे कम वोटिंग

चुनाव आयोग (Election Commission) के मुताबिक, आगरा में 60.33 फीसदी, अलीगढ़ में 60.49 फीसदी, बागपत में 61.35 फीसदी, बुलंदशहर में 60.52 फीसदी, गौतम बौद्ध नगर में 56.73 फीसदी, गाजियाबाद में 54.77 फीसदी, हापुड़ में 60.50 फीसदी, मथुरा में 63.28 फीसदी, मेरठ में 60.91 फीसदी, मुजफ्फरनगर में 65.34 प्रतिशत और शामली 69.42 प्रतिशत में मतदान हुआ.

3. पोस्टल बैलट के जरिए 43420 वोट

पहले चरण में 58 विधान सभा सीटों पर हुए चुनाव के लिए 58,924 वोटर्स को पोस्टल बैलट (Postal Ballot) जारी किए गए थे, इसमें से 43,420 वोटर्स ने इसका इस्तेमाल किया.

4. योगी सरकार ने 9 मंत्रियों की किस्मत EVM में कैद

इस चरण में योगी सरकार (Yogi Govt) के मंत्रियों श्रीकांत शर्मा, सुरेश राणा, संदीप सिंह, कपिल देव अग्रवाल, अतुल गर्ग, चौधरी लक्ष्मी नारायण, अनिल शर्मा, दिनेश खटीक और डॉ. जीएस धर्मेश समेत कुल 623 उम्मीदवारों के सियासी भाग्य का फैसला आज मतपेटियों में बंद हो गया. इनमें 73 महिला प्रत्याशी भी शामिल हैं.

5. बीजेपी ने 53 सीटों पर किया था कब्जा

साल 2017 के विधान सभा चुनाव (UP Election 2017) में भाजपा ने पहले चरण की 58 में से 53 सीटों पर जीत हासिल की थ, जबकि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को दो-दो सीटें मिली थी. इसके अलावा राष्ट्रीय लोकदल (RLD) का भी एक प्रत्याशी जीता था, जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था.

6. मुजफ्फरनगर में हुई ज्यादा वोटिंग

जिन 11 जिलों में वोटिंग थी, उनमें से सात जिले ऐसे हैं, जहां मुस्लिम वोटर्स की संख्या 25 प्रतिशत या उससे ज्यादा है. इनमें मुजफ्फरनगर जिला भी है, जहां लगभग 41 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है. यहां 2017 की तुलना में दो प्रतिशत ज्यादा वोटिंग हुई है.

7. जाट बहुल क्षेत्र में मतदान

पहले चरण का चुनाव जाट बहुल क्षेत्र में हुआ और यहां 60 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ. पिछले चुनाव में बीजेपी ने इन सीटों पर करीब 46 फीसदी वोट हासिल किए थे और जबरदस्त प्रदर्शन किया था, लेकिन इस बार जाट फैक्टर और किसानों के गुस्से ने बीजेपी की राह को मुश्किल बना दिया है.

8. शांतिपूर्ण तरीके से हुआ मतदान

समाजवादी पार्टी (SP) ने चुनाव आयोग से कैराना विधान सभा के कुछ मतदान केंद्रों पर गरीब मतदाताओं को डरा-धमका कर वापस भेजे जाने की शिकायत की. हालांकि उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने वोटिंग खत्म होने के बाद बताया कि चुनाव पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके संपन्न कराया गया है और कहीं से किसी भी तरह की अप्रिय घटना की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है.

9. आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने नहीं डाला वोट

रालोद प्रमुख जयंत चौधरी (RLD Chief Jayant Chaudhary) चुनाव प्रचार के कारण समय पर मतदान करने के लिए मतदान केंद्र नहीं पहुंच सके, लेकिन उनकी पत्नी चारु चौधरी ने मथुरा में अपने मताधिकार का प्रयोग किया.

10. कई लोगों ने साबित किया मतदान सबसे जरूरी

बुलंदशहर में सदर विधान सभा क्षेत्र के चार खंबा मतदान केंद्र पर एक दूल्हा अपनी बारात में शामिल होने से पहले वोट डालने पहुंचा. दूल्हा बलराम घुड़चड़ी की रस्म पूरी करने के बाद मोटरसाइकिल पर वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पहुंचा. मथुरा में भी एक दूल्हा अपनी दुल्हन को शादी के बाद अपने घर ले जाने से पहले अपने मताधिकार करने सीधे मतदान केंद्र पर पहुंच गया. इन लोगों ने शादी की रस्म रोककर वोट डालने पहुंचकर लोगों को मैसेज दिया कि मतदान सभी कामों से ज्यादा जरूरी है.
(इनपुट- न्यूज एजेंसी भाषा)

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