नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के साउथ दिल्ली ईस्ट जिला की एएटीएस (AATS) ने दो हथियार तस्करों को गिरफ्तार कर उनसे 7 देशी पिस्टल और हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए हैं. इनमें हथौड़े, लोहे की रॉड, स्क्रू ड्राइवर और एक बाइक शामिल हैं. जिस आरोपी को दबोचा है उसने उत्तर प्रदेश के अपने गांव में हथियार बनाने की मिनी फैक्ट्री बना रखी थी.
पुलिस ने जिस आरोपी को दबोचा है उसने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अपने गांव में हथियार बनाने की मिनी फैक्ट्री (Arms Mini Factory) बना रखी थी. हथियार तस्करों की पहचान रायपुर खास अलीगढ़ यूपी निवासी शैलेश कुमार (29) और अहरोली कासगंज यूपी निवासी 81 वर्षीय मोहम्मद हनीफ उर्फ मुल्ला (81) के तौर पर हुई. मो.हनीफ उर्फ मुल्ला ने कासगंज के अपने गांव हथियार बनाने की मिनी फैक्ट्री बना रखी थी.
अधिकारियों के मुताबिक एक दिसंबर को एएटीएस को सूचना मिली थी कि एक हथियार तस्कर अवैध हथियार लेकर अपोलो अस्पताल, सरिता विहार के पास आने वाला है. सूचना के बाद एसीपी सुरिंदरजीत कौर के देखरेख में टीम बनाई गई और सीएनजी पंप सरिता विहार के पास जाल बिछाया गया. रात करीब 12.40 बजे आश्रम चौक की ओर से एक बाइक सवार को आते देखा तो पुलिस टीम को देखकर वह बाइक मोड़ कर भागने की कोशिश करने लगा. हालांकि उसकी बाइक फिसल गई और मौके पर ही पुलिस ने धर दबोचा.
पुलिस ने जब उस शख्स की तलाशी ली तो उसके पास से पांच देशी पिस्टल बरामद हुईं. पकड़े गये आरोपी पहचान शैलेश कुमार के रूप में की गई. उससे जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि वह मोहम्मद हनीफ उर्फ मुल्ला से अवैध हथियार खरीदने का काम करता है. उसके बाद तीन दिसंबर को कासगंज यूपी में छापेमारी कर मुल्ला को गिरफ्तार कर लिया गया. उसके पास से दो पिस्टल और भारी मात्रा में हथियार बनाने के उपकरण बरामद किए गए हैं.
पुलिस पूछताछ में आरोपी शैलेश ने बताया कि वह मुल्ला से हथियार खरीद दिल्ली में अज्ञात लोगों को बेच देता था. वहीं मुल्ला ने बताया कि वह हथियार बनाने का काम करता है और ज्यादा पैसा कमाने के चक्कर में वह हथियारों की सप्लाई दिल्ली में करता था.